बसपा पार्टी आजकल राजनीतिक गलियारों में जीत के वजह से तो नहीं बल्कि बीजेपी के 2022 के विधानसभा चुनाव में मदद की वजह से चर्चाओं में जी है लेकिन आपको बता दें ये हम नहीं कह रहे ये आरोप कांग्रेस के नेता उदित राज ने कहा है तभी से देश के राजनीतिक में सियासत तेज हो गई है तो वही कांग्रेस नेता और पूर्व सांसद डॉ उदित राज ने मायावती को राष्ट्रपति बनाने की भी मांग कर दिए तो वही दूसरी तरफ मायावती ने इस बयान पर पलटवार किया है तो देश के राजनीतिक में इस बयान लेकर सिसायत तेज होती जा रही है. उन्होंने कहा कि मायावती ने यूपी विधानसभा चुनाव में बीजेपी की मदद की, उनका एहसान वो कभी नहीं चुका पाएगी. उदित राज ने बीजेपी नेता पर हमला करते हुए कहा कि अमित मालवीय जी, मायावती जी ने जितना उपकार बीजेपी पर किया उसका एहसान आप चुका नहीं पायेंगे. मेरा सुझाव है कि मायावती जी को कोई पद से सुशोभित कर दें. कुछ राजनीतिक लाभ आपको मिल जाएगा. राष्ट्रपति पद देकर भी यह कार्य किया जा सकता है.
आपको बता दें उदित राज ने बीजेपी नेता पर हमला करते हुए कहा कि- ‘अमित मालवीय जी, मायावती जी ने जितना उपकार बीजेपी पर किया उसका एहसान आप चुका न पायेंगे. उन्होंने कांग्रेस को उत्तर भारत में गिराया तभी आप सत्ता में हैं. 2022 के विधान सभा चुनाव में मायावती जी ने आपकी बड़ी मदद किया था. कहा था समाजवादी पार्टी न जीते चाहे बीजेपी भले जीत जाये. गिरते बहुजन आंदोलन का दर्द मैं ही समझ सकता हूं. मेरा सुझाव है कि मायावती जी को कोई पद से सुशोभित कर दें. कुछ राजनीतिक लाभ आपको मिल जाएगा. राष्ट्रपति पद देकर भी यह कार्य किया जा सकता है.
उदित राज के इस बयान पर बवाल
दरअसल पूरा बवाल उदित राज के उस बयान से शुरू हुआ है जिसमें कांग्रेस नेता ने गीता में भगवान श्रीकृष्ण के उपदेश का जिक्र करते हुए कहा था कि अब मायावती ने जिस समाजिक आंदोलन का गला घोंटा है अब उनका गला घोंटने का वक्त आ गया है. उनके इस बयान पर भाजपा नेता अमित मालवीय ने तीखा प्रहार किया और राहुल गांधी को उदित राज का श्रीकृष्ण बता दिया
अमित मालवीय ने राहुल गांधी को घेरा
अमित मालवीय ने अपने एक्स पर लिखा- ‘कांग्रेस नेता उदित राज कह रहे हैं कि उनके ‘कृष्ण’ ने उन्हें आदेश दिया है कि बीएसपी सुप्रीमो मायावती जी को मार दिया जाए. क्या राहुल गांधी ही वह व्यक्ति हैं, जिन्हें कृष्ण की उपाधि दी गई है? क्या कांग्रेस के भीतर इतनी झुंझलाहट बढ़ गई है कि अब भाषा और राजनीति, दोनों में हिंसा का भाव हावी हो चुका है? राजनीतिक विरोध अपनी जगह है, लेकिन सार्वजनिक जीवन में इस तरह किसी की हत्या की बात करना कितना जायज़ है? कांग्रेस हमेशा से दलित-विरोधी रही है, और यह षड्यंत्र उसी मानसिकता को दर्शाता है. पहले सपा ने भी इसी तरह मायावती जी पर जानलेवा हमला करवाया था. सपा और कांग्रेस ने हमेशा सामाजिक न्याय के नाम पर दलितों और पिछड़ों को ठगने का काम किया है.
तो वहीं बसपा सुप्रीमो मायावती और उनके भतीजे आकाश आनंद ने भी उदित राज के विवादित बयान को लेकर हमला किया है. मायावती ने उदित राज को दल-बदलू बताते हुए कहा कुछ लोग अपने आकाओं को खुश करने के लिए अनर्गल बयानबाजी करते हैं वहीं आकाश आनंद ने उदित राज को गिरफ्तार किए जाने की मांग की.