आम बजट 2025-26 को लेकर महंगाई और रोजगार के मुद्दे पर प्रियंका ने सरकार को घेरा

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कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा ने वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के 2025-26 के आम बजट पर उनके जवाब को लेकर तीखा हमला बोला है. उन्होंने कहा कि “मुझे नहीं पता कि वह किस ग्रह पर रहती हैं. वे कहती हैं कि महंगाई नहीं है, बेरोजगारी नहीं बढ़ रही है, कीमतें नहीं बढ़ रही हैं.” प्रियंका गांधी ने यह बातें संसद के बाहर मीडिया से बातचीत के दौरान कही.

पूरा मामला केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शनिवार 1 फरवरी को मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल का दूसरा बजट पेश किया। इस बजट में इनकम टैक्स को लेकर मिडिल क्लास को बड़ी राहत दी गई है। आम बजट में ऐलान किया गया है कि 12 लाख तक की इनकम पर कोई टैक्स नहीं देना होगा। नए टैक्स रिजीम के तहत इसकी छूट दी जाएगी। वित्त मंत्री ने बताया कि अब देश के एक करोड़ और लोग ऐसे हो जाएंगे को कोई इनकम टैक्स नहीं देंगे। इसके अलावा, वित्त मंत्री ने डेयरी और फिशरी फार्मर्स के लोन की सीमा बढ़ाने का ऐलान किया है। एमएसएमई सेक्टर का क्रेडिट कवर बढ़ाने का भी ऐलान किया गया है। उन्होंने कहा कि बुजुर्गों को टैक्स की छूट की सीमा दोगुनी कर दी जाएगी। वहीं विपक्षी दलों ने बजट को लेकर केंद्र सरकार को घेरा है। कांग्रेस ने कहा कि ऐसा लगता है यह देश का नहीं बल्कि केवल बिहार का बजट है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी वित्त बजट की तारीफ करते हुए इसे विकसित भारत के लक्ष्य को ड्राइव करने वाला बजट बताया। वहीं दूसरी तरफ विपक्षी पार्टियों ने इस बजट पर सवाल खड़े किए हैं।

दरअसल कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण पर कटाक्ष किया है। वायनाड सांसद ने कहा कि पता नहीं कि वह किस दुनिया में रहती हैं कि उन्हें महंगाई और बेरोजगारी नहीं दिखाई दे रही है। दरअसल, निर्मला सीतारमण ने मंगलवार को लोकसभा में बजट पर चर्चा का जवाब देते हुए कई बातों का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपये के मूल्य में गिरावट के पीछे कई घरेलू और वैश्विक कारण हैं। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आगे कहा कि संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन सरकार के समय मुद्रास्फीति दहाई के अंक में थी और 10 से अधिक पहुंच गई थी। हालांकि, अब ऐसी स्थिति बिल्कुल नहीं है। प्रियंका गांधी ने इसी पर रिएक्ट करते हुए संसद परिसर में वित्त मंत्री पर पलटवार किया। उन्होंने कहा कि मैं नहीं जानती कि वह (वित्त मंत्री) किस प्लेनेट में रहती हैं। वह कह रही हैं कि बेरोजगारी नहीं बढ़ी है, महंगाई नहीं बढ़ी है।

केंद्रीय वित्त मंत्री ने आज बजट को लेकर तीन दिन की चर्चा के बाद जवाब देते हुए कहा कि जहां तक विकास का सवाल है, भारतीय अर्थव्यवस्था में तेजी से सुधार हो रहा है। वित्त मंत्री ने कहा कि बजट में लोगों के हाथों में नकदी बढ़ाने के लिए कई कदम उठाए गए हैं, साथ ही वित्त वर्ष 2026 में 99 प्रतिशत उधार का उपयोग पूंजीगत व्यय के लिए करके राजकोषीय बनाए रखा गया है।

तो वही दूसरी तरफ यह विवाद तब और गहरा गया जब अन्य राजनीतिक दलों ने भी सरकार के इस बजट की आलोचना की. विपक्ष का आरोप है कि सरकार जरुरी मुद्दों जैसे कि महंगाई और बेरोजगारी को हल करने में असफल रही है और बजट में जनसाधारण के मुद्दों की अनदेखी की गई है. इस आलोचना के बावजूद, सरकार ने यह दावा किया है कि उनके आर्थिक कदम राष्ट्रीय विकास और स्थिरता के लिए अहम हैं. मसलन, केंद्र सरकार ने जब से पर्सनल इनकम टैक्स रेट के दायरे को बढ़ाया है, तब से सरकार इसे एक बड़ी कामयाबी और मिडिल क्लास को राहत देने वाला जैसा बताया.

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