यूपी की राजधानी लखनऊ के एक थाने में पुलिस हिरासत में मोहित पांडे की मौत का मामले ने तूल पकड़ लिया है… चिनहट थाने में हिरासत में मौत के मामले में संबंधित पुलिस इंस्पेक्टर के खिलाफ हत्या और साजिश रचने के आरोप में मुकदमा दर्ज किया गया है. पुलिस की ओर से बताया गया है कि डॉक्टरों के पैनल द्वारा किए गए शव के पोस्टमार्टम की रिपोर्ट में मौत का कारण स्पष्ट नहीं हो सका है, लिहाजा विसरा सुरक्षित कर लिया गया है. परिजन प्रोटेस्ट कर रहे हैं. इस मामले को लेकर यूपी सरकार सवालों के घेरे में है और पुलिस पर भी सवाल उठ रहे हैं. इसी बीच मोहित पांडेय की मौत के मामले में मोहित के दोस्त राहुल सिंह ने बीजेपी विधायक का भी जिक्र कर दिया है……जी हां जिसके बाद हड़कंप मच गया है… अब आपके मन में आया होगा की आखिर कौन है ये विधयाक और क्या है मोहित पांडेय ऐसे कनेक्शन तो चलिए आपको बताते है..
दरसअल मोहित के दोस्त राहुल सिंह ने आदेश को लेकर बड़े दावे किए हैं. राहुल ने बताया कि आदेश का कनेक्शन गोंडा से बीजेपी विधायक अजय सिंह के साथ जोड़ा है. उसने बताया कि आदेश मृतक मोहित के यहां काम करता था. वो माल सप्लाई का काम किया करता था. अगर कहीं का ऑर्डर होता था तो उसे माल सप्लाई के लिए भेजा जाता था. राहुल ने कहा कि दोनों के बीच लेन-देन को लेकर थोड़ा सा मामला चला रहा था. ये विवाद इतना बड़ा नहीं था, अक्सर काम में ऐसा चलता रहता है. उसने कहा कि आदेश बताया था कि वो गोंडा से बीजेपी विधायक अजय सिंह का करीबी है.
आदेश के चाचा बीजेपी विधायक अजय सिंह के लिए ठेकेदारी करता है और रात 11 बजे से अगले दिन दोपहर 1 बजे तक मोहित पांडेय को गैर कानूनी ढंग से किसके इशारे पर थाने में रखा गया. उसने दावा किया किसी सीसीटीवी में भी आदेश और उसके चाचा को देखा जा सकता है दोनों बाहर घूम रहे है जबकि मोहित को लॉक अप में बंद कर दिया गया था. उसे मारा पीटा गया. वो पानी माँगता रहा लेकिन उसे पानी तक नहीं दिया गया. जिसके बाद उसकी मौत हो गई…
बताते चलें कि मामला लखनऊ के चिनहट थाने का है. यहां मोहित पांडेय नाम के युवक की पुलिस कस्टडी में मौत हो गई थी. मामले में हत्या और आपराधिक साजिश के आरोप में चिनहट थाना प्रभारी और अन्य के खिलाफ FIR दर्ज की गई है. परिजन का आरोप है कि पुलिस ने मोहित को पीट-पीटकर मार दिया है.आधिकारिक बयान में कहा गया कि चिनहट पुलिस स्टेशन के SHO/ इंस्पेक्टर अश्विनी चतुर्वेदी को आरोपों के मद्देनजर तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया और उनके खिलाफ मामला दर्ज किया गया है…
इस मामले को लेकर समाजवादी पार्टी अध्यक्ष और पूर्व सीएम अखिलेश यादव लगातार हमलावर रुख अपनाए हुए हैं। अब एक बार फिर उन्होंने निशाना साधा है। दरअसल, सोमवार को सीएम योगी आदित्यनाथ ने मोहित के परिवारीजनों से मुलाकात की। उन्होंने परिवार को 10 लाख रुपये के मुआवजे का ऐलान किया। सीएम योगी ने कहा कि तीनों बच्चों की पढ़ाई का जिम्मा सरकार उठाएगी। दोषी पुलिसकर्मियों पर सख्त एक्शन होगा। सीएम योगी आदित्यनाथ से मोहिता पांडेय के परिवार की मुलाकात के बाद अखिलेश यादव का हमला सामने आया है। उन्होंने सोशल मीडिया एक्स पर लिखा कि काश, जान लेने वाले मुआवजे में जीवन भी दे सकते। दीवाली पर जिन्होंने किसी के घर का चिराग बुझाया है, उम्मीद है वो झूठ के दीये नहीं जलाएंगे। झूठी रोशनी से अपने शासनकाल का घोर काला अंधकार मिटाने की कोशिश नहीं करेंगे। जनता पूछ रही है, जिसकी हिरासत में मौत हुई है, उस पर बुलडोजर चलेगा?