12 सालों के बाद पहली बार टीम इंडिया को अपने घर में हार का सामना करना पड़ा है. जिससे क्रिकेट फैंस काफी नाराज है. बता दें कि न्यूजीलैंड ने टीम इंडिया को 113 रनों का टारगेट दिया था. जिसे भारतीय प्लेयर बनाने में असफल रहे. वहीं अब इस बीच रोहित शर्मा ने हार की बजह बताई है.
सीरीज गंवाने के बाद रोहित का बड़ा बयान
टीम इंडिया को इस सीरीज के पहले मैच में 8 विकेट से हार का सामना करना पड़ा था. ऐसे में भारतीय टीम ने दूसरे मैच के लिए स्पिन फ्रेंडली पिच बनवाई थी. लेकिन यहां भी उसे ही हार मिली. ये मैच सिर्फ 3 दिन ही चल सका. ऐसे में रोहित शर्मा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बड़ा बयान दिया और हार के कारण बताए. उन्होंने टीम की खराब बल्लेबाजी पर खुलकर बात की. कहीं ना कहीं उन्होंने इस मुकाबले में मिली हार का जिम्मेदारी बल्लेबाजों को ही ठहराया.
रोहित शर्मा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में क्या कहा?
रोहित शर्मा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, ‘इस मुकाबले पिच खराब नहीं थी, हमने बल्लेबाजी खराब की, क्योंकि पहली पारी में हम उनके स्कोर के पास भी नहीं पहुंचे और बल्लेबाज समझते हैं कि गलतियां की हैं. लगातार विकेट गिरे और इससे समझ आ गया था कि मैच हाथ से फिसल रहा है. हम दबाव का सामना करने में नाकाम रहे. हम हमेशा जानते थे कि जो भी लक्ष्य होगा वह चुनौतीपूर्ण होगा क्योंकि पिच बदलनी शुरू हो गई थी.
रोहित शर्मा ने हालांकि बल्लेबाजों का बचाव भी किया. रोहित ने आगे कहा, ‘ये एक पूरी टीम के तौर पर हमारी नाकामी है. ये बैटिंग और बॉलिंग दोनों का कलेक्टिव फेलियर था. जब हम जीतते हैं तो हर किसी को उसकी शाबाशी मिलती है, इसलिए जब हारे हैं तो सब को ही उसका दोष लेना चाहिए. यह पहली बार है, जब हमारी बल्लेबाजी इस तरह ढह गई है. 12 साल में एक बार इसकी इजाजत है. अगर यह लगातार हो रहा होता तो हमारे पास यह लगातार जीतने का सिलसिला नहीं होता. मैं समझता हूं कि जब हम घर पर खेलते हैं तो उम्मीदें ज्यादा होती हैं.
नहीं चला भारतीय बल्लेबाजों का बल्ला
न्यूजीलैंड की टीम ने इस मुकाबले में पहले बल्लेबाजी करते हुए 259 रन बनाने थे. इसके जवाब में भारतीय टीम अपनी पहली पारी में 156 रन पर ही ढेर हो गई थी. इसके बाद न्यूजीलैंड ने दूसरी पारी में 255 रन बनाए और टीम इंडिया को जीत के लिए 359 रनों का टारगेट दिया. लेकिन भारतीय बल्लेबाज एक बार फिर फ्लॉप रहे और 245 रन ही बना सके, जिसके चलते टीम इंडिया को 113 रनों से हार का सामना करना पड़ा.