बॉलीवुड की सुपरहिट फिल्म फिर हेरा फेरी तो देखी ही होगी आपने जिसमे 21 दिन में पैसा डबल करने की स्कीम का फ्रॉड चलाया जाता है जिसकी जाल में फिल्म के कई किरदार आ जाते हैं.. ठीक कुछ वैसा ही फ्रॉड उससे बड़ा ही फ्रॉड जी हाँ ६ हज़ार करोड़ का फ्रॉड उसी तर्ज पर क्या है मामला आपको आगे इस वीडियो में बताते हैं उससे पहले आपको बता दे भारत में साइबर क्राइम की घटनाएं कम होने का नाम नहीं ले रही हैं… ये स्कैमर्स लगातार नई-नई तरकीबें खोजकर लोगों की गाढ़ी कमाई को ठगने में लगे हुए हैं. यही वजह है कि डिजिटल अरेस्ट जैसे ऑनलाइन फ्रॉड के मामले तेजी से बढ़े हैं. लेकिन फ्रॉड सिर्फ ऑनलाइन ही नहीं सीमित है.. कई बड़ी बड़ी कंपनियां भी फ्रॉड के गेम में शामिल है..
जी हाँ आपको बता दे हाल ही का मामला गुजरात के साबरकांठा का है, जहां एक व्यक्ति ने अधिक मुनाफे के लालच में आकर पांच वर्षों में छह हजार करोड़ रुपये की धोखाधड़ी की। गुजरात के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक सीआईडी, राजकुमार पांडियन ने बताया कि पोंजी योजना के तहत लोगों से ठगी का यह पूरा घोटाला 6,000 करोड़ रुपए का है। CID के मुताबिक, कंपनी लोगों को 3% से 30% तक का ब्याज देने का वादा करती थी और 5 लाख रुपये निवेश करने पर गिफ्ट में टीवी या मोबाइल, जबकि 10 लाख रुपये पर गोवा ट्रिप का लालच देती थी. प्रारंभिक जांच में दो बैंक अकाउंट्स में 175 करोड़ रुपये के ट्रांजेक्शन मिले हैं.CID के एडीजीपी राजकुमार पांडियन ने बताया कि कंपनी के एजेंट मुख्य रूप से निवृत्त कर्मचारियों और शिक्षकों को निशाना बनाते थे. शुरुआत में निवेश पर अच्छा रिटर्न देकर लोगों का विश्वास जीता जाता था और फिर बड़ी रकम हड़प ली जाती थी. एजेंटों को 5% से 25% तक कमीशन दिया जाता था. CID ने इस मामले में गांधीनगर से लेकर वडोदरा तक सात स्थानों पर छापेमारी की. इस दौरान 17 लाख रुपये नकद, 338 फॉर्म, सर्टिफिकेट, एग्रीमेंट, चेकबुक, लैपटॉप और मोबाइल बरामद किए गए… उन्होंने यह भी कहा कि इस घोटाले का मुख्य आरोपी भूपेंद्र सिंह जाला है, जो साबरकांठा जिले के हिम्मतनगर तालुका का निवासी है। जब सीआईडी ने उसके ठिकानों पर छापेमारी की, तो वह फरार हो गया.. बता दे भूपेंद्र सिंह झाला का कारोबार इतना फल-फूल चुका था कि उसने कुछ समय पहले ही गुजरात के आणंद में भी एक ब्रांच खोली थी और अब वह दुबई और गांधीनगर की गिफ्ट सिटी में नया ऑफिस खोलने की तैयारी कर रहा था..
क्या भूपेन्द्र सिंह झाला का है बीजेपी से कनेक्शन !
पिछले लोकसभा चुनाव के दौरान चर्चा में आया था। भाजपा का टिकट नहीं मिलने पर भूपेंद्र ने साबरकांठा लोकसभा सीट से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में पर्चा भरा था। हालांकि, एन वक्त पर अपनी उम्मीदवारी वापस ले ली थी। नेता बनने के लिए भूपेंद्र पिछले काफी समय से सामाजिक कार्यों में भी बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रहा था। गरीब लोगों की मदद के लिए मंदिर में जमकर दान भी देता था। इतना ही नहीं, उसने गरीबों के लिए छोटे घर बनवाने भी शुरू कर दिए थे। इस तरह स्थानीय स्तर पर उनका वर्चस्व बढ़ता जा रहा था। स्थानीय स्तर पर मिले समर्थन के चलते उसने निर्दलीय कैंडिडेट के रूप में पर्चा भरा था। पर्चा दाखिल करने जाते समय शक्ति प्रदर्शन भी किया था। रैली में भारी संख्या में लोग शामिल हुए थे।