आज सुबह हजरतगंज चौराहे पर कुछ समाजवादी समाज के छात्र धरना प्रदर्शन कर रहे थे लोगो को लगा आए दिन समाजवादी छात्र धरना देते है कभी अपने हक के लिए तो कभी सरकार के फैसले के खिलाफ प्रदर्शन करते है लेकिन आज जो धरना प्रदर्शन समाजवादी छात्र कर रहे वो प्रदर्शन था धर्मात्मा निषाद को इंसाफ दिलाने के लिए जी हा समाजवादी छात्र सभा के कार्यकर्ताओं ने निषाद पार्टी के प्रदेश सचिव धर्मात्मा निषाद की मौत को लेकर आक्रोश जताते हुए राजधानी के हजरतगंज चौराहे पर जमकर हंगामा किया. समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री डॉ. संजय निषाद के खिलाफ नारेबाजी की. मंत्री का पुतला भी जलाया गया अब आपके मन में ये सवाल होगा कि आखिर ऐसा क्या हो गया कि निषाद पार्टी के नेता के लिए ही पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के खिलाफ़ नारेबाजी हो रही है तो आईए जानते है क्या है पूरा मामला
उत्तर प्रदेश के महराजगंज जिले में निषाद पार्टी के प्रदेश सचिव धर्मात्मा निषाद की आत्महत्या से राजनीतिक गलियारों में हड़कंप मच गया है. धर्मात्मा निषाद ने आत्महत्या से पहले अपने फेसबुक अकाउंट पर एक भावुक पोस्ट लिखी, जिसमें उन्होंने प्रदेश सरकार के एक मंत्री और उनके बेटों पर गंभीर आरोप लगाए. उन्होंने पोस्ट में दावा किया कि उन्हें लगातार मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जा रहा था और झूठे मुकदमों में फंसाने की कोशिश की जा रही थी.
धर्मात्मा की मौत से उनके परिवार, समर्थकों और निषाद समाज में शोक की लहर दौड़ गई है. वहीं, पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और आत्महत्या के पीछे के कारणों को स्पष्ट करने की कोशिश कर रही है.
तो वही धर्मात्मा निषाद ने मारने से पहले अपने अंतिम फेसबुक पोस्ट में प्रदेश सरकार के मंत्री डॉ. संजय कुमार निषाद और उनके बेटों—प्रवीण कुमार निषाद और ई. श्रवण कुमार निषाद पर प्रताड़ना और षड्यंत्र रचने का आरोप लगाया. उन्होंने लिखा कि उनकी बढ़ती लोकप्रियता से मंत्री और उनके परिवार के सदस्य असहज महसूस कर रहे थे, जिसके कारण उन्हें लगातार परेशान किया जा रहा था जिसे तंग आ कर धर्मात्मा निषाद मौत को गले लगा लिया ..
तो वही अब दूसरी तरफ धर्मात्मा निषाद को इंसाफ दिलाने के लिए आज लखनऊ के हजरतगंज चौराहे पर समाजवादी छात्र सभा के कार्यकर्ताओं प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि धर्मात्मा निषाद ने पार्टी अध्यक्ष और उनके परिजनों पर उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए आत्महत्या कर ली. उन्होंने अपनी मौत से पहले सोशल मीडिया पर एक लंबी पोस्ट लिखी थी. जिसमें संजय निषाद और उनके परिवार पर गंभीर आरोप लगाए थे. इसी मुद्दे को लेकर समाजवादी छात्र सभा के कार्यकर्ताओं ने सड़क पर उतरकर विरोध प्रदर्शन किया. हजरतगंज चौराहा पर अपने हाथ में प्ले कार्ड लिए हुए संजय निषाद मुर्दाबाद का नारा भी लगाया.
अब सवाल उठ रहा है कि आखिर सच क्या है क्या सच में संजय निषाद अपने ही नेता के लोकप्रियता से असहज महसूस करने लगे थे क्या धर्मात्मा निषाद ने मारने से पहले जो फेसबुक पोस्ट कर के संजय निषाद पर आरोप लगाए है वो कितना सही है कितना गलत धर्मात्मा निषाद के पोस्ट में कितना सच्चाई है ये तो आने वाला वक्त बताएगा तो वही फिलहाल, लखनऊ पुलिस ने हंगामा कर रहे सपा कार्यकर्ताओं को मौके से हटाया और कानून-व्यवस्था बनाए रखने की अपील की.साथ ही धर्मात्मा निषाद के मौत के असली कारण क्या है उसको सामने लाने के लिए भी पुलिस आश्वासन दिया है ..