टीम इंडिया 4 टी20 मैचों की सीरीज के लिए साउथ अफ्रीका के दौरे पर है। सूर्यकुमार यादव की कप्तानी में युवा सितारों से सजी भारतीय टीम अच्छा प्रदर्शन कर रही है। सलामी बल्लेबाज संजू सैमसन की भी टीम में वापसी हुई है और उसके बाद से ही वो ताबड़तोड़ अंदाज में बल्लेबाजी कर रहे हैं।
आपको बता दे की टीम इंडिया में वापसी के बाद संजू सैमसन के प्रदर्शन में सुधार देखा गया है और वो लगातार रन बना रहे हैं। लेकिन इसी बीच सैमसन के पिता ने रोहित शर्मा समेत इन तीन बड़े खिलाड़ियों पर आरोपों की बौछार कर दी है और करियर बर्बाद करने तक का आरोप लगा दिया है। आइए आपको बताते हैं कि उनके पिता ने किन खिलाड़ियों पर हमला बोला ह
टीम इंडिया की टी20 टीम में वापसी करने के बाद संजू सैमसन ने अभी तक पीछे मुड़कर नहीं देखा है। बांग्लादेश सीरीज के बाद साउथ अफ्रीका के दौरे पर भी उनका बल्ला जमकर गरज रहा है। बांग्लादेश के खिलाफ हुई टी20 सीरीज के आखिरी मुकाबले में संजू ने शानदार शतक जड़ा था और इसके बाद साउथ अफ्रीका दौरे के पहले ही मुकाबले में शतक जड़ दिया। अभी तक टी20 में टीम इंडिया के लिए फ्लॉप रहे सैमसन ने लगातार 2 टी20 इंटरनेशनल में शतक जड़ इतिहास बान दिया और ये कारनाम करने वाले पहले भारतीय खिलाड़ी बने।
संजू सैमसन (Sanju Samson) के शानदार प्रदर्शन से उनके पिता काफी खुश नजर आए तो वहीं उन्होंने रोहित शर्मा, विराट कोहली, एस एस धोनी और राहुल द्रविड़ पर आरोपों की बौछार कर दी। उन्होंने कहा कि इन सभी ने अपने दौर में संजू पर ज्यादा भरोसा नहीं दिखाया जिसके चलते उनके करियर के 10 अहम साल बर्बाद हो गए। साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि संजू पर अब टीम इंडिया के लिए भरोसा दिखाया जा रहा है वैसा पहले कभी नहीं किया गया था।
गंभीर-सूर्या की हुई जमकर तारीफ
एकतरफ जहां संजू सामसन के पिता ने रोहित शर्मा, विराट कोहली, एस एस धोनी और राहुल द्रविड़ पर भरोसा ना दिखाने का आरोप लगाया तो वहीं दूसरी तरफ मौजूदा टीम के कोच गौतम गंभीर और कप्तान सूर्यकुमार यादव की तारीफ भी की। उन्होंने कहा कि वो बहुत ही खुश और शुक्रगुजार हैं कि गंभीर और सूर्या ने संजू पर भरोसा जताया और लगातार उनको टीम इंडिया में खेलने का मौका दिया।
आपको बता दें इस साल संजू को जिम्बाब्वे के खिलाफ टी20 सीरीज के लिए चुना गया था। वहीं उन्होंने 3 मैच खेल जिसमें उन्होंने एक अर्धशतक जड़ा। इसके बाद श्रीलंका और बांग्लादेश के खिलाफ लगातार खेले 4 मैचों में वो बुरी तरह से फ्लॉप रहे। लेकिन उनको टीम से बाहर नहीं किया गया और लगातार मौके मिलते रहे। जिसके चलते अगले दो मैचों में उन्होंने शतक जड़ते हुए अपनी काबिलियत दिखाई।