साल 2007 टी20 वर्ल्ड कप…टीम इंडिया चैंपियन बनी और इसमें सबसे बड़ा हाथ युवराज सिंह का रहा. साल 2011 वर्ल्ड कप…एक बार फिर युवराज सिंह ने कमाल दिखाया और गेंद-बल्ले से जबरदस्त परफॉर्मेंस करते हुए टीम इंडिया को 28 साल बाद वर्ल्ड कप जिताया. युवराज सिंह 2011 वर्ल्ड कप में प्लेयर ऑफ द सीरीज रहे, भारत ही नहीं दुनिया के करोड़ों फैंस उनके सजदे में झुके, उन्हें सलाम किया, लेकिन इसके 3 साल बाद ही ये खिलाड़ी हीरो से विलेन बन गया. युवराज सिंह के 43वें जन्मदिन पर जानिए वो कहानी जो शायद ये खिलाड़ी जिंदगीभर ना भूल पाएगा. आइए आपको बताते हैं कि कैसे 2 वर्ल्ड कप जिताने वाला खिलाड़ी अचानक नायक से खलनायक बन गया.
युवराज सिंह को सिक्सर किंग के नाम से जाना जाता है. उनके नाम 6 गेंदों में 6 छक्के लगाने का वर्ल्ड रिकॉर्ड दर्ज है. वो 12 गेंदों में अर्धशतक जमा चुके हैं लेकिन 6 अप्रैल, 2014 की रात को शायद युवराज सिंह ने अपने करियर की सबसे खराब बल्लेबाजी की. ये वो दिन है जब मीरपुर के मैदान पर भारत और श्रीलंका के बीच जंग चल रही थी और दांव पर था टी20 वर्ल्ड कप का फाइनल. इस मुकाबले में युवराज सिंह कैसे विलेन बने और कैसे टीम इंडिया के हाथों से दूसरी बार टी20 वर्ल्ड कप जीतने का मौका चूक गया?
जब-जब एक ओवर में 6 छक्के ठोकने वाले बल्लेबाजों का जिक्र होगा, तब-तब युवराज सिंह का ना भी आएगा. युवराज ने 2007 के टी20 वर्ल्ड कप के दौरान इंग्लिश पेसर स्टुअर्ट ब्रॉड के खिलाफ छह छक्के लगाकर रिकॉर्डबुक में अपना नाम दर्ज कराया. युवराज मैच में आग उगल रहे थे और एंड्रयू फ्लिंटॉफ के साथ जुबानी जंग ने उनके प्रचंड रूप को दिखाने में बड़ी भूमिका निभाई.
युवराज सिंह ने अपने इंटरनेशनल क्रिकेट करियर के दौरान कई दमदार रिकॉर्ड अपने नाम किए थे और अपने खेल साथ ही अपने आंकड़ों के दम पर वो भारतीय क्रिकेट के सबसे बड़े कुछ लिजेंड्स में शुमार हैं। युवराज सिंह भारत के लिए मध्यक्रम में बल्लेबाजी करते थे और वो जब तक टीम में रहे टीम इंडिया को कभी भी मध्यक्रम में किसी तरह की कोई समस्या नहीं हुई। युवराज सिंह वनडे प्रारूप में भारत के लिए नंबर 5 पर जमकर रन बनाए और इस दौरान उन्होंने 7 शतकीय पारियां भी खेली। इन 7 शतक के दम पर युवी वनडे में नंबर 5 पर सबसे ज्यादा शतक लगाने वाले बल्लेबाजों की लिस्ट में आज भी पहले नंबर पर मौजूद हैं।