समाजवादी पार्टी (SP) के व्यापार प्रकोष्ठ के अध्यक्ष मनीष जगन अग्रवाल को लखनऊ पुलिस ने शुक्रवार कोहिरासत में ले लिया. यह आरोप सपा की तरफ से लगाया गया है. इस मामले को लेकर पार्टी की तरफ से एक्स पर एक पोस्ट भी किया गया है. हालांकि, लखनऊ पुलिस का अभी इस मामले पर बयान नहीं आया है.
समाजवादी पार्टी (SP) के व्यापार प्रकोष्ठ के अध्यक्ष मनीष जगन अग्रवाल को लखनऊ पुलिस ने शुक्रवार कोहिरासत में ले लिया. यह आरोप सपा की तरफ से लगाया गया है. इस मामले को लेकर पार्टी की तरफ से एक्स पर एक पोस्ट भी किया गया है. हालांकि, लखनऊ पुलिस का अभी इस मामले पर बयान नहीं आया है.
आपको बता दें लखनऊ में सपा की व्यापार सभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष मनीष जगन अग्रवाल को शुक्रवार देर रात पुलिस घर से उठा ले गई। इसे लेकर सपा विरोध में उतर आई है। आधी रात लखनऊ में सपा जिलाध्यक्ष थाने के बाहर धरने पर बैठ गए।शनिवार सुबह सपा प्रमुख अखिलेश यादव के घर के बाहर फोर्स बढ़ा दी गई है। बैरिकेडिंग की गई। पुलिस को आशंका है कि अखिलेश मनीष जगन की गिरफ्तारी को लेकर विरोध कर सकते हैं। वह घर से निकलकर सुशांत गोल्फ सिटी थाने या पुलिस मुख्यालय जा सकते हैं।सपा ने लखनऊ पुलिस को चेतावनी दी है। कहा- अगर मनीष जगन को कुछ होता है तो इसकी जिम्मेदार पुलिस होगी।हालांकि, मामले में अभी लखनऊ पुलिस का बयान नहीं आया है.
तो वही सपा के तरफ से एक पोस्ट कर यूपी पुलिस को अवगत कराया गया है कि वह उच्च रक्तचाप के मरीज हैं और उनकी पत्नी भी गर्भवती हैं. अगर मनीष जगन या उनके परिवार को कोई नुकसान होता है तो इसकी जिम्मेदार लखनऊ पुलिस की होगी.
वहीं, लखनऊ पुलिस ने कहा- सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक पोस्ट करने के मामले में उन्हें गिरफ्तार किया गया। उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जा रही है। मनीष पर लखनऊ, प्रयागराज के थानों में 10 मुकदमे दर्ज हैं। सूत्रों के मुताबिक, लखनऊ पुलिस ने देर रात 11 बजे मनीष को गिरफ्तार किया। इसके बाद रात 2 बजे ही उन्हें धारा 151 के तहत जेल भेज दिया गया। लखनऊ पुलिस के बयान आने के 30 मिनट बाद सपा ने जवाब दिया। कहा- अगर मनीष जगन द्वारा कोई भी आपत्तिजनक पोस्ट किया गया है, जिससे अशांति और हिंसा की स्थिति उत्पन्न होती है तो वह पोस्ट लखनऊ पुलिस साझा करे। अन्यथा निराधार बातों से विपक्ष के नेताओं का शोषण बंद करें।
आपको बता दे अभी तक सपा प्रमुख अखिलेश यादव के तरफ कोई बयान नहीं आया लेकिन सपा प्रवक्ता उदयवीर सिंह का कहना है कि पार्टी ऑफिस के कार्यक्रम और प्रेस कॉन्फ्रेंस पहले से तय हैं। पुलिस इसे रोकने की तैयारी क्यों कर रही है? यह तो पुलिस महकमे के लोग ही बता सकते हैं। सरकार पूरी तरह तानाशाही पर उतारू हो गई है।उन्होंने कहा- वह कुंभ की नाकामी और बदइंतजामी को छिपाने के लिए यह सब कर रही है। सरकार न तो सच सुनना चाहती है और न ही सच बताना चाहती है। जनता की आवाज को कुचलना चाहती है। पार्टी अपने हर कार्यकर्ता के लिए लड़ती रही है और लड़ती रहेगी। 2027 के चुनाव में जनता ऐसी तानाशाही सरकार को उखाड़ फेंकेगी।
कौन है मनीष जगन
मनीष जगन मूल रूप से सीतापुर के बिसवां कस्बे के रहने वाले हैं। वह स्वतंत्रता सेनानी जगन्नाथ प्रसाद अग्रवाल उर्फ जगन बाबू के पौत्र हैं। कांग्रेस से राज्यसभा सांसद रहे जगन्नाथ प्रसाद अग्रवाल नेहरू परिवार के काफी करीबी माने जाते थे।
मनीष जगन सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के बेहद करीबी माने जाते हैं। करीब 15 सालों से पार्टी में सक्रिय हैं। मनीष ने 2017 में सपा मीडिया सेल के हैंडल को शुरू किया। सरकार को ज्वलंत मुद्दों पर घेरते रहे।मनीष जगन अग्रवाल तब सुर्खियों में आए, जब जनवरी 2023 में लखनऊ के भाजपा युवा मोर्चा की सोशल मीडिया इंचार्ज ऋचा राजपूत ने सपा मीडिया सेल नाम के ट्विटर हैंडल से रेप-जान से मारने की धमकी मिलने का आरोप लगाते हुए केस दर्ज करवाया था। इसके बाद लखनऊ के हजरतगंज थाने की पुलिस ने मनीष जगन को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था।