उत्तर प्रदेश में तीर्थस्थलों के कायाकल्प की कड़ी में अब बाबा तामेश्वरनाथ धाम का नाम भी जुड़ने जा रहा है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संत कबीर नगर में ऐलान किया कि बाबा तामेश्वरनाथ धाम को अयोध्या और काशी के समान एक भव्य तीर्थ स्थल के रूप में विकसित किया जाएगा और उसे एक सुसंगठित कॉरिडोर से जोड़ा जाएगा, जिससे श्रद्धालुओं को आधुनिक, सुरक्षित और दिव्य दर्शन की सुविधा मिल सके. मुख्यमंत्री यहां ₹1,515 करोड़ की लागत से तैयार हो रही 528 विकास परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास करने पहुंचे थे. इस दौरान उन्होंने जिले को एक नया अध्यात्मिक और आर्थिक भविष्य देने का भरोसा जताया.
बिना विस्थापन के होगा विकास, सबका होगा सम्मान
मुख्यमंत्री ने कहा कि बाबा तामेश्वरनाथ धाम के विकास में किसी को भी उजाड़ा नहीं जाएगा. स्थानीय व्यापारियों और गोसाइयों के हितों की रक्षा करते हुए उन्हें व्यवस्थित पुनर्वास दिया जाएगा. उन्होंने इस परियोजना को धार्मिक आस्था, सांस्कृतिक धरोहर और स्थानीय रोजगार का संगम बताया. उन्होंने यह भी कहा कि जैसे काशी विश्वनाथ धाम में 50,000 श्रद्धालु एक साथ दर्शन कर सकते हैं और मां विंध्यवासिनी धाम में 10,000 श्रद्धालु एक साथ आते हैं, वैसे ही बाबा तामेश्वरनाथ धाम को भी विश्व स्तरीय दर्शन स्थल बनाया जाएगा.
तीर्थों का कायाकल्प है डबल इंजन सरकार की पहचान
मुख्यमंत्री ने अपने भाषण में जोर देते हुए कहा डबल इंजन की सरकार ने भारत की आध्यात्मिक राजधानी को एक नए युग में प्रवेश कराया है. अयोध्या में राम मंदिर, काशी में धाम, प्रयागराज में कुंभ का सफल आयोजन के बाद अब यही प्रतिबद्धता बाबा तामेश्वरनाथ धाम में भी दिखेगी. उन्होंने स्पष्ट किया कि यदि बाबा धाम की विकास कार्ययोजना सरकार तक आती है, तो उसे शीघ्र स्वीकृति दी जाएगी.
इस दौरे के दौरान योगी आदित्यनाथ ने पर्यटन और तीर्थ विकास, सड़क और आधारभूत ढांचा, पेयजल और सिंचाई, स्वास्थ्य सेवाएं और अस्पताल, शिक्षा, खेल और प्रशिक्षण संस्थान, नगर निकायों के भवन और सुविधाओं से जुड़ी ₹1,515 करोड़ की 528 परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया. मुख्यमंत्री ने कहा कि यह सिर्फ पत्थर लगाने का काम नहीं है, यह आने वाली पीढ़ियों के लिए आधारशिला है. मुख्यमंत्री ने बखिरा के पीतल उद्योग आधारित प्रदर्शनी का अवलोकन करते हुए ODOP योजना का जिक्र किया. उन्होंने बताया कि बखिरा के कांसे के बर्तन को एक वैश्विक ब्रांड बनाया जा रहा है. इस योजना से अब तक 1.65 करोड़ से अधिक युवाओं को रोजगार मिला है.
10 साल में बदला विकास का चेहरा
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि एक समय था जब लोग विश्वास नहीं करते थे कि यूपी में एक्सप्रेसवे, एयरपोर्ट, मेट्रो, वाटरवे, रैपिड रेल जैसी सुविधाएं मिलेंगी, लेकिन आज ये सब वास्तविकता बन चुकी हैं. उन्होंने कहा, पूर्वांचल एक्सप्रेसवे का लिंक अब संत कबीर नगर को अंबेडकरनगर और गोरखपुर से जोड़ रहा है. देश का पहला वाटरवे और रैपिड रेल उत्तर प्रदेश में संचालित है . यह नए भारत की पहचान है. मुख्यमंत्री ने उज्ज्वला, आयुष्मान भारत, जनधन, राशन, शौचालय जैसी योजनाओं की चर्चा करते हुए कहा कि अब किसी को सरकारी योजनाओं तक पहुंचने के लिए किसी सिफारिश की जरूरत नहीं है. सबको योजनाओं का लाभ स्वतः मिल रहा है.