पंजाब के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल को अकाल तख्त ने कड़ी सजा सुनाई है। बादल के साथ ही शिरोमणि अकाली दल सरकार के दौरान अन्य कैबिनेट सदस्यों को भी सजा सुनाई गई है। इस सजा के तहत इसके तहत इन सभी लोगों को स्वर्ण मंदिर अमृतसर में ‘सेवादार’ के रूप में सेवा करने और जूठे बर्तनों और जूतों की सफाई करने का आदेश दिया गया है। जत्थेदार ज्ञानी रघबीर सिंह ने यह आदेश अकाल तख्त के ‘फसील’ (मंच) से सुनाया है। इस सजा के ऐलान के बाद शिरोमणि अकाली दल की कार्यसमिति से सुखबीर बादल से पार्टी अध्यक्ष पद से इस्तीफा लेने की मांग की गई।
जूठे बर्तनों को अपने हाथों से उठा रहे इन जनाब को गौर से देखिए ये कोई आम इंसान नही बल्कि पंजाब के सबसे बड़े सियासी घराने और पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंग बादल के बेटे सुखबीर सिंह बादल है शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष और पूर्व डिप्टी सी एम सुखबीर सिंह की ऐसी हालत देखकर आप भी हैरान हो रहे होंगे दरहसल बाबा राम रहीम का साथ देने पर अकाली तख्त ने इनको स्वर्ण मंदिर के बाहर सेवा करने की अनोखी सजा सुनाई है यही नही इनकी सरकार के अन्य मंत्रियों को भी सजा सुनाते हुए स्वर्ण मंदिर का वॉशरूम साफ करने की भी सजा सुनाई गई है….
सिख समाज की ‘सुप्रीम अदालत’ यानी श्री अकाल तख्त साहिब ने 2 दिसम्बर को पूर्व उप मुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल को धार्मिक सजा सुनाई है. सुखबीर को गुरुद्वारा साहिब में बर्तन धोने होंगे और अन्य धार्मिक दंड भी भुगतने होंगे. अन्य दोषियों को शौचालय भी साफ करना होगा. तख्त श्री ने ये सजा सुखबीर समेत 17 लोगों को सुनाई है. इसमें 2015 की अकाली सरकार के अन्य कैबिनेट सदस्य भी शामिल हैं. सुखबीर समेत सभी की सजा आज यानी मंगलवार ३ दिसम्बर से शुरू हो जाएगी. … इसी के बाद आज वो गले में पट्टिका लटकाए व्हीलचेयर पर अमृतसर के स्वर्ण मंदिर पहुंचे. इस सजा के तहत बादल को स्वर्ण मंदिर में ‘सेवादार’ के रूप में काम करना होगा और दरवाजे पर ड्यूटी देनी होगी और लंगर की सेवा करनी होगी.अकाल तख्त ने 2007 से 2017 तक पंजाब में शिरोमणि अकाली दल और उसकी सरकार द्वारा की गई ‘गलतियों’ का हवाला देते हुए उन्हें यह सजा सुनाई है. सुखबीर सिंह बादल को पैर में चोट लगी है. चोट के चलते 3 दिसंबर से 2 दिन के लिए वो श्री दरबार साहिब (गोल्डन टेंपल) के घंटाघर के बाहर वो ड्यूटी करेंगे.सुखबीर बादल के गले में जो इस समय तख्ती दिखाई दे रही है वो इस सजा के दौरान अकाल तख्त की ओर से पहनाई गई माफी की तख्ती है और साथ ही उनके हाथ में बरछा दिखाई दे रहा है. उनकी यह सजा शुरू हो गई है और वो यह सजा निभा रहे हैं. अगले दो दिनों तक वो यहां सजा भुगतेंगे.
इसलिए मिली सजा
श्री अकाल तख्त साहिब की तरफ से सुखबीर सिंह बादल को ये सजा उनके कई गुनाहों के चलते सुनाई गई है. उन पर सबसे बड़ा आरोप यह था कि उन्होंने साल 2007 में सलाबतपुरा में डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम के खिलाफ दर्ज मामले को वापस ले लिया था और इसे एक तरीके से राम रहीम को माफ करना समझा गया था.उन पर दूसरा आरोप यह लगा था कि उन्होंने वोट बैंक के लिए अपने पंथ यानी धर्म के साथ गद्दारी की. उन पर तीसरा आरोप ये था कि उनकी सरकार के दौरान बरगाड़ी बेअदबी मामले की सही तरह से जांच नहीं करवाई गई थी…. वैसे इस खबर पर आपकी क्या राय है हमे कमेंट करके बताये