प्रयागराज के सिकंदरा इलाके में एक दरगाह पर धार्मिक झंडा फहराए जाने के मामले में ड्यूटी में लापरवाही बरतने के आरोप में एक सब-इंस्पेक्टर और दो कांस्टेबल को निलंबित कर दिया गया है. एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि अतिरिक्त डीसीपी पुष्कर वर्मा द्वारा की गई जांच के निष्कर्षों के आधार पर यह कार्रवाई की गई है.
निलंबित किए गए लोगों में बहरिया चौकी प्रभारी रवि कटियार और कांस्टेबल अंशु कुमार और सुनील कुमार यादव शामिल हैं. गंगा नगर के पुलिस उपायुक्त कुलदीप सिंह गुनावत ने बताया कि घटना को लेकर रविवार को तीन नामजद और कई अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है.
कथित तौर पर मुख्य आरोपियों में से एक मनेंद्र सिंह समूह का नेतृत्व कर रहा था, उसे सोमवार को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया. यह घटना रविवार को रामनवमी के अवसर पर हुई, जब युवकों के एक समूह ने गाजी मियां दरगाह के गेट पर धार्मिक झंडे के साथ कथित तौर पर धार्मिक नारे लगाए
पुलिस ने हस्तक्षेप किया और समूह को तितर-बितर कर दिया. गुनावत ने कहा कि दरगाह में पांच मजारें हैं और यहां हिंदू और मुस्लिम दोनों तरह के श्रद्धालु आते हैं तथा श्रद्धा के प्रतीक के रूप में चादरें चढ़ाते हैं.
दरअसल, रामनवमी के दिन सैयद सालार मसूद गाजी की दरगाह पर महाराजा सुहेलदेव सम्मान सुरक्षा मंच से जुड़े छात्र नेता मानवेंद्र प्रताप सिंह समेत संगठन के कई कार्यकर्ताओं ने दरगाह की छत पर चढ़कर भगवा झंडा लहराया था. इस दौरान जोरदार नारेबाजी की गई थी. अब इस मामले में पुलिस ने एक्शन लिया है. प्रयागराज पुलिस ने मामले में कार्रवाई करते हुए मानवेंद्र सिंह को गिरफ्तार कर लिया है.
इस मामले में पुलिस ने मानवेंद्र प्रताप सिंह, राजकुमार सिंह, विनय तिवारी, अभिषेक सिंह समेत 20 अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज किया था. ये मामला सोशल मीडिया पर भी काफी चर्चाओं में आया हुआ है. इसके वीडियो और फोटो खूब वायरल हो रहे हैं.