नागपुर हिंसा पर शिवसेना (यूबीटी) नेता आदित्य ठाकरे ने कहा कि भाजपा इस मामले में बेशर्म है क्योंकि यह घटना महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के गृहनगर में हुई है। दुख की बात है कि जब भाजपा शासन नहीं कर पाती है, तो वे हिंसा, दंगे का सहारा लेते हैं और हर राज्य में यही उनका तय फॉर्मूला है। अगर आप मणिपुर को देखें, तो वे महाराष्ट्र को भी यही बनाना चाहते हैं। वे 300-400 साल पहले जीने वाले किसी व्यक्ति का इतिहास खोदने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन वे भविष्य के बारे में नहीं बोल सकते। वे वर्तमान के बारे में नहीं बोल सकते। विडंबना यह है कि कब्र की रक्षा केंद्र सरकार करती है।
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आदित्य ठाकरे ने कहा कि मुझे यह जानना है कि मुख्यमंत्री कार्यालय से कोई रिएक्शन क्यों नहीं आया जब अफवाहे फैलने लगी थी, जब किसी शहर में ऐसी घटना होती और यह तो मुख्यमंत्री का शहर है वे मुख्यमंत्री भी हैं और गृह मंत्री भी हैं… कभी भी ऐसी घटना होती है तो पहला मैसेज सीएमओ, गृह विभाग को आता है। दोनों उनके पास हैं तो क्या उन्हें पता नहीं था कि यह घटना होने वाली है। मेरा अंदाजा यही है कि भाजपा को महाराष्ट्र का मणिपुर बनाना है।
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शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे ने नागपुर हिंसा पर कहा कि मैं मुख्यमंत्री नहीं हूं, न ही मैं गृह मंत्री हूं, मुख्यमंत्री को पूछिए कि इसके पीछे कौन है? क्योंकि आरएसएस का मुख्यालय वहां है। यहां डबल इंजन सरकार है, अगर डबल इंजन सरकार विफल है तो इन्हें इस्तीफा देना चाहिए।