करणी सेना ने आगरा में राणा सांगा की जयंती के अवसर पर ‘रक्त स्वाभिमान सम्मेलन’ आयोजित किया। राणा सांगा, जिन्हें संग्राम सिंह प्रथम के नाम से भी जाना जाता है, 1508 से 1528 तक मेवाड़ के शासक थे और अपनी बहादुरी और बलिदान के लिए जाने जाते हैं। केंद्रीय मंत्री एसपी सिंह बघेल इस आयोजन में शामिल हुए। उन्होंने कहा कि सपा सांसद रामजी लाल सुमन द्वारा राज्यसभा में राणा सांगा को लेकर दिए गए बयान से सभी राष्ट्रवादियों और देशभक्तों की भावनाएं आहत हुई हैं। जो कौम अपने पूर्वजों का सम्मान नहीं करती वो तरक्की नहीं करती।
बघेल ने आगे कहा कि लोगों की भावनाओं को ठेस पहुंचाने के लिए रामजी लाल सुमन को माफी मांगनी चाहिए। सरकार के प्रतिनिधि बातचीत के लिए आएंगे। क्षत्रिय करणी सेना के अध्यक्ष राज शेखावत ने कहा कि हमने कुछ मांगें रखी थीं। सरकार के लोग हमारी मांगें सुनने आ रहे हैं। हमने उन्हें शाम 5 बजे तक का समय दिया था। हम बातचीत करेंगे, सहमति बनाएंगे और अपने घर जाएंगे। समाजवादी पार्टी के राज्यसभा सांसद रामजी लाल सुमन द्वारा राजपूत राजा राणा सांगा के बारे में आपत्तिजनक टिप्पणी करने से शुरू हुआ विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है।
सूत्रों के अनुसार, करीब 80,000 की संख्या में करणी सेना के कार्यकर्ता शनिवार को राणा सांगा की जयंती मनाने आगरा पहुंचे थे। तलवारें और लाठियां लहराते हुए कार्यकर्ता ताज नगरी में न केवल यूपी बल्कि हरियाणा, राजस्थान और गुजरात से भी पहुंचे। अपने सम्मेलन को ‘रक्त स्वाभिमान सम्मेलन’ नाम देते हुए करणी सेना के कार्यकर्ता आगरा के राम गढ़ी में 50 बीघा के विशाल मैदान में एकत्र हुए। बड़ी संख्या में लोगों के एकत्र होने को देखते हुए पुलिस और जिला प्रशासन ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए थे। सांसद के लिए तीन स्तरीय सुरक्षा व्यवस्था की गई थी।
करणी सेना ने आगरा में राणा सांगा की जयंती के अवसर पर ‘रक्त स्वाभिमान सम्मेलन’ आयोजित किया। राणा सांगा, जिन्हें संग्राम सिंह प्रथम के नाम से भी जाना जाता है, 1508 से 1528 तक मेवाड़ के शासक थे और अपनी बहादुरी और बलिदान के लिए जाने जाते हैं। केंद्रीय मंत्री एसपी सिंह बघेल इस आयोजन में शामिल हुए। उन्होंने कहा कि सपा सांसद रामजी लाल सुमन द्वारा राज्यसभा में राणा सांगा को लेकर दिए गए बयान से सभी राष्ट्रवादियों और देशभक्तों की भावनाएं आहत हुई हैं। जो कौम अपने पूर्वजों का सम्मान नहीं करती वो तरक्की नहीं करती।
बघेल ने आगे कहा कि लोगों की भावनाओं को ठेस पहुंचाने के लिए रामजी लाल सुमन को माफी मांगनी चाहिए। सरकार के प्रतिनिधि बातचीत के लिए आएंगे। क्षत्रिय करणी सेना के अध्यक्ष राज शेखावत ने कहा कि हमने कुछ मांगें रखी थीं। सरकार के लोग हमारी मांगें सुनने आ रहे हैं। हमने उन्हें शाम 5 बजे तक का समय दिया था। हम बातचीत करेंगे, सहमति बनाएंगे और अपने घर जाएंगे। समाजवादी पार्टी के राज्यसभा सांसद रामजी लाल सुमन द्वारा राजपूत राजा राणा सांगा के बारे में आपत्तिजनक टिप्पणी करने से शुरू हुआ विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है।
सूत्रों के अनुसार, करीब 80,000 की संख्या में करणी सेना के कार्यकर्ता शनिवार को राणा सांगा की जयंती मनाने आगरा पहुंचे थे। तलवारें और लाठियां लहराते हुए कार्यकर्ता ताज नगरी में न केवल यूपी बल्कि हरियाणा, राजस्थान और गुजरात से भी पहुंचे। अपने सम्मेलन को ‘रक्त स्वाभिमान सम्मेलन’ नाम देते हुए करणी सेना के कार्यकर्ता आगरा के राम गढ़ी में 50 बीघा के विशाल मैदान में एकत्र हुए। बड़ी संख्या में लोगों के एकत्र होने को देखते हुए पुलिस और जिला प्रशासन ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए थे। सांसद के लिए तीन स्तरीय सुरक्षा व्यवस्था की गई थी।