राजधानी दिल्ली के नोएडा सेक्टर में मिला कोरोना का पहला केस,55 वर्षीय महिला कोरोना पॉज़िटिव पाई गई है !
कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या एक बार फिर देशभर में बढ़ने लगी है. इसी बीच इस वायरस ने गौतमबुद्ध नगर में भी दस्तक दे दिया है. यहां के नोएडा सेक्टर-110 की 55 वर्षीय महिला कोरोना पॉज़िटिव पाई गई है. बताया जा रहा है कि महिला को हल्के लक्षण महसूस हुए थे, जिसके बाद वह निजी अस्पताल में जांच के लिए पहुंची. जांच में महिला की रिपोर्ट कोरोना पॉज़िटिव आई है और उसे फिलहाल होम आइसोलेशन में रखा गया है.
जिले के मुख्य चिकित्सा अधिकारी नरेंद्र कुमार ने बताया कि मरीज की ट्रैवल हिस्ट्री भी सामने आई है. जिससे उसके संपर्क में आए अन्य लोगों की पहचान की जा रही है. सीएमओ ने बताया कि मरीज के परिवारवालों के सैंपल भी जांच के लिए भेजे गए हैं. जिला अस्पताल में टेस्टिंग शुरू की जा रही है. जिले में कोरोना टेस्टिंग की संख्या बढ़ाई जा रही है और जल्द ही और अधिक सैंपल्स की जांच शुरू की जाएगी. हालांकि, सीएमओ नरेंद्र कुमार ने जनता से अपील की कि घबराने की जरूरत नहीं है. स्वास्थ्य विभाग सतर्क है और सभी जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं
दिल्ली में 3 साल बाद पहली बार आए 23 केस
दिल्ली में पिछले तीन वर्षों में पहली बार मई में 23 मामले सामने आए हैं. इसके अलावा महाराष्ट्र, केरल, तमिलनाडु और कर्नाटक जैसे राज्यों में भी इस महीने नए मामले दर्ज किए हैं. जिसके चलते दिल्ली, कर्नाटक और आंध्र प्रदेश जैसे राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों ने अस्पतालों को अलर्ट पर रखा है.
हालांकि, राहत की बात यह है कि अभी तक कोरोना सें संक्रमित ज़्यादातर मरीजों में हल्के लक्षण ही दिखाई दे रहे हैं. साथ ही अभी तक संक्रमित किसी भी मरीज के मौत की खबर भी नहीं आई है. दक्षिण एशिया में कोविड मामलों में उछाल संभवतः JN.1 वैरिएंट (ओमिक्रॉन का एक उप-वैरिएंट) के प्रसार के कारण हो रहा है. एक्सपर्ट्स की माने तो यह वायरस काफी “सक्रिय” है, लेकिन इसे अभी तक विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) द्वारा “चिंताजनक वैरिएंट” के रूप में वर्गीकृत नहीं किया गया है.
तीन-चार दिन में ठीक हो जा रहे हैं मरीज
कोरोना के JN.1 वैरिएंट से संक्रमित मरीजों में लक्षण आमतौर पर हल्के होते हैं और संक्रमित व्यक्ति चार दिनों के भीतर ठीक हो जाता है. कुछ सामान्य लक्षणों में बुखार, नाक बहना, गले में खराश, सिरदर्द, थकान, थकावट शामिल हैं. हालांकि दिल्ली में कोरोना वायरस के 23 मामले सामने आए हैं, जिसके बाद भाजपा सरकार ने अस्पतालों को बेड, ऑक्सीजन सिलेंडर, टेस्टिंग किट और वैक्सीन की उपलब्धता बनाए रखने का निर्देश दिया है. स्वास्थ्य मंत्री पंकज सिंह ने कहा कि घबराने की कोई जरूरत नहीं है क्योंकि नवीनतम वैरिएंट “केवल एक सामान्य इन्फ्लूएंजा जैसा है”.
दिल्ली ने अस्पतालों को इंफ्लुएंजा जैसी बीमारी (ILI) और गंभीर तीव्र श्वसन बीमारी (SARI) के मामलों को एकीकृत स्वास्थ्य डेटा प्लेटफ़ॉर्म पर दैनिक अपलोड करने का निर्देश दिया है. नोएडा और गाजियाबाद जैसे दिल्ली-एनसीआर के शहरों में भी कोरोनावायरस के मामले दर्ज किए गए हैं. शनिवार को नोएडा में चल रही लहर में पहला कोविड मरीज (55) सामने आया. वहीं गाजियाबाद में भी अब तक चार मामले सामने आ चुके हैं.
केरल में सबसे ज्यादा 273 संक्रमित मिले
केरल में मई में सबसे ज्यादा 273 संक्रमित मिले हैं. जिसके चलते स्वास्थ्य मंत्री ने सभी जिलों में निगरानी बढ़ाने का निर्देश दिया है. राज्य ने अस्पतालों में मास्क पहनना अनिवार्य कर दिया है और खांसी के लक्षण वाले लोगों को चेहरे को ढकने की सलाह दी है. वहीं, पड़ोसी कर्नाटक में भी कोविड के मामलों में मामूली वृद्धि देखी गई है. यहां 35 संक्रमित दर्ज किए गए हैं. इनमें होसकोटे का नौ महीने का बच्चा भी शामिल है. राज्य में गंभीर श्वसन बीमारी (SARI) के लक्षण वाले लोगों को जांच करवाने की सलाह दी गई है.