लोकसभा में पीएम मोदी के महाकुंभ वाले बयान पर समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि यह अच्छी बात है कि हम सभी को महाकुंभ और कुंभ बार-बार याद आता है। सबसे बड़ा सवाल यह है कि भारत सरकार ने महाकुंभ के आयोजन के लिए कितना बजट दिया। मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री सिर्फ यह व्यवस्था कर रहे थे कि वाहन कहां पार्क किए जाएंगे। उन्होंने दावा किया कि लोगों को रोका जा रहा था, उन्हें सीमा में प्रवेश नहीं करने दिया जा रहा था।
सपा प्रमुख ने कहा कि भाजपा और उसके लोगों को कम से कम उन श्रद्धालुओं के परिवारों की मदद करनी चाहिए जिनके परिवार के सदस्य खो गए हैं और अभी भी करीब 1000 हिंदू लापता हैं। भाजपा को लापता 1000 हिंदुओं की जानकारी उनके परिवारों को देनी चाहिए। प्रयागराज में अभी भी पोस्टर लगे हुए हैं। यह दुखद है कि उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार उन पोस्टरों को हटवा रही है। सरकार को कम से कम उन 1000 हिंदुओं को खोजने की कोशिश करनी चाहिए जो लापता हैं।
नागपुर हिंसा पर यादव ने कहा कि जहां भी ऐसे दंगे होते हैं, भाजपा उसका फायदा उठाना चाहती है, सब कुछ भाजपा के इशारे पर होता है। सुनने में आ रहा है कि (छत्रपति शिवाजी महाराज) का तिलक पैर के अंगूठे से किया गया। उत्तर प्रदेश में डीएसपी का घर जला दिया गया, सरकारी गाड़ी जला दी गई। शाहजहांपुर में भाजपा के लोगों ने पुलिस को दौड़ा-दौड़ा कर पीटा, सीतापुर में पत्रकार को गोली मार दी गई, इलाहाबाद में बेटी के साथ जो हुआ, उसकी कोई कल्पना नहीं कर सकता, ये बड़े सवाल हैं।