राणा सांगा पर बयान देकर विवादों में घिरे समाजवादी पार्टी के सांसद रामजीलाल सुमन ने अब भारत-पाकिस्तान तनाव के मुद्दे पर टिप्पणी की है. उन्होंने कहा है कि अमेरिका के दबाव में सीजफायर का निर्णय लिया गया है. जबकि, भारत सरकार का साफ कहना है कि सीजफायर में किसी तीसरे देश का दखल नहीं है.
बकौल रामजीलाल सुमन- भारत और पाकिस्तान के बीच सीजफायर का निर्णय अमेरिका के दबाव में लिया गया है. यह स्वेच्छा से लिया हुआ निर्णय नहीं है. प्रधानमंत्री के 22 मिनट के भाषण से देश की जनता बेवकूफ बनने वाली नहीं है.
आपको बता दें कि बीते दिन सपा सांसद हाथरस के मुरसान क्षेत्र के एक गांव में हुई हत्या के मामले में पीड़ित परिजनों को ढांढस बंधाने पहुंचे थे. इस दौरान उन्होंने नगर पंचायत कार्यालय में आयोजित प्रेसवार्ता में भारत-पाकिस्तान के बीच हुए सीजफायर पर भी प्रतिक्रिया दी.
रामजीलाल सुमन ने कहा कि जब जम्मू-कश्मीर से धारा 370 खत्म की गई और नोटबंदी की गई तब सरकार ने कहा था कि हमने आतंकवाद की पूरी तरह से कमर तोड़ दी है तो फिर पहलगाम में आतंकी घटना कैसे हो गई. इसकी जिम्मेदारी आखिर कौन लेगा. उन्होंने आगे कहा कि सरकार ने अमेरिका के दबाव में सीजफायर का निर्णय लिया है. अमेरिका ने स्पष्ट रूप से कहा कि यदि सीजफायर नहीं किया तो हम अपने व्यापारिक रिश्ते खत्म कर देंगे. ऐसे में सीजफायर का यह निर्णय दबाव में लिया हुआ निर्णय है. पीएम मोदी की बात पर इस देश में कोई विश्वास करने को तैयार नहीं है. यह झूठों की जमात है.
यूपी सरकार पर आरोप लगाते हुए सुमन ने कहा कि प्रदेश में अपराधों की बाढ़ आई हुई है. वैसे तो इससे समाज का हर वर्ग प्रभावित है लेकिन दलित समाज पर ज्यादा अत्याचार हो रहे हैं. पिछले दिनों खुद मेरे काफिले पर हमला हुआ था. आगरा में पुलिस प्रशासन ने बाहर नहीं निकलने दिया.