उत्तर प्रदेश के संभल में 24 नवंबर को हुई हिंसा के मामले में समाजवादी पार्टी के सांसद जियाउर्रहमान से SIT पूछताछ चल रही है. मंगलवार को एसआईटी की तीन सदस्यीय टीम ने सपा सांसद बर्क के बयान दर्ज कर रही है, जिनमें सीओ, इंस्पेक्टर और सब इंस्पेक्टर रैंक के अधिकारी शामिल हैं. संभल की जामा मस्जिद के सदर की गिरफ्तारी के बाद हिंसा में बर्क की भूमिका को लेकर सवाल उठे थे, जिसके बाद SIT ने उन्हें 8 अप्रैल को पूछताछ के लिए बुलाया था.
बर्क का सवालों से सामना
सपा सांसद बर्क से पूछताछ के लिए एसआईटी ने 100 से ज्यादा सवाल तैयार किए हैं, जिनमें कुछ प्रमुख सवाल निम्नलिखित हैं.
– 24 नवंबर को जब विवादित ढांचे का सर्वे कोर्ट के आदेश पर चल रहा था उस समय आप कहां थे?
– 24 नवंबर को सुबह 6 बजे से 10 बजे तक आपने किन-किन लोगों से फ़ोन पर कॉल या मैसेज के जरिए से बातचीत की थी?
– क्या 24 नवंबर को इसी समय आपकी बातचीत बलवे में शामिल किसी अन्य आरोपी से हुई थी?
– जामा मस्जिद कमेटी के अध्यक्ष ज़फ़र अली से आपकी क्या बातचीत हुई थी?
– ज़फ़र अली ने पुलिस को दिए अपने बयान में कहा है कि आपने विवादित ढांचे के सर्वे से एक रात पहले उन्हें फ़ोन करके भीड़ इकट्ठा करने के किए कहा था?
– ज़फ़र अली ने यह भी बयान दिया कि सर्वे के दिन आपके आदेश पर उन्होंने भीड़ इकट्ठा की थी क्योंकि आपने आदेश दिया था कि सर्वे किसी भी क़ीमत पर नहीं होना चाहिए?
– दंगे के बाद कई दिनों तक आप संभल क्यों नहीं आए, क्या किसी बात का डर था?
– आप फ़ोन कॉल की जगह वॉट्सएप कॉल पर क्यों बात कर रहे थे?
– ज़फ़र अली ने पुलिस के सामने बयान दिया कि आपने उनसे 4 बार वॉट्सएप पर बातचीत की थी, आप दोनों के बीच क्या बातचीत हुई थी?
– आपको कब और किससे जानकारी मिली थी कि विवादित ढांचे का सर्वे हो रहा है?
– 19 नवंबर को सर्वे के दौरान जो भीड़ विवादित ढांचे में थी उसे आपने बुलाया था?
– आप 19 नवंबर को जब पहली बार सर्वे हो रहा था तब क्यों आए थे, किसी ने आपको बुलाया था क्या?
– उस दिन जो आपने बयान दिए थे वो किसी के दबाव में दिए थे या फिर अपने विवेक से दिए थे?
– आपने कहा कि आप दंगे के दिन (बेंगलुरु) थे? आप वहां क्यों गए थे?
मस्जिद के सदर से भी पूछताछ
दरअसल सपा सांसद जियाउर्रहमान बर्क से पूछे जाने वाले सवाल जामा मस्जिद के सदन की ओर से पुलिस को दिए बयानों पर आधारित हैं. पुलिस ने हिंसा में आरोपी बनाकर जामा मस्जिद के सदर जफर अली को 23 मार्च को गिरफ्तार किया था और फिर उनसे SIT की टीम ने पूछताछ की थी. उन्होंने पुलिस को जो बताया उसी के आधार पर हिंसा में बर्क की भूमिका की जांच की जा रही है.
जियाउर्रहमान बर्क ने पूछताछ के लिए थाने जाने से पहले कहा कि उनकी तबीयत ठीक नहीं है फिर भी वह जांच में सहयोग के लिए पूछताछ में शामिल होने जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि मैं कानून और संविधान में विश्वास रखता हूं और न्यायपालिका में मेरी आस्था है.
संभल सांसद पर नामजद FIR
सपा सांसद बर्क संभल हिंसा केस में नामजद आरोपी हैं. पिछले दिनों एसपी संभल ने बताया था कि उन्हें पूछताछ के लिए 41 (ए) का नोटिस भेजा जाएगा, ताकि यह पता लगाया जा सके कि बर्क ने हिंसा से पहले और बाद में किस-किस से और क्या-क्या बातचीत की थी. संभल में जामा मस्जिद के सर्वे के बाद जमकर बवाल मचा था और आगजनी-पथराव की हुआ था.
प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच झड़प में कुछ लोगों की मौत भी हुई थी और 20 से ज्यादा सुरक्षाकर्मी घायल हो गए थे. इस हिंसा के बाद प्रशासन को शहर के स्कूल बंद करने पड़े साथ ही इंटरनेट पर बैन लगा दिया गया था.