आगरा करणी सेना की स्वाभिमानी रैली के दौरान सपा सांसद रामजीलाल ने कहा: ‘मुझे और मेरे परिवार को जान का खतरा’…….

Share it now

उत्तर प्रदेश के आगरा में शनिवार को करणी सेना की प्रस्तावित ‘स्वाभिमान रैली’ के बीच सपा के राज्यसभा सांसद रामजी लाल सुमन का बयान आया है. उन्होंने कहा कि हर किसी को विरोध की आजादी है, देश में विरोध करने का भी तरीका है. लेकिन करणी सेना ने जो तरीका अपनाया है, वह अराजकता का तरीका है. मेरा विचार है, यह मेरे ऊपर नहीं बल्कि PDA पर हमला हुआ है.

मुझे और मेरे परिवार को जान माल का खतरा था, इसलिए मैंने राज्यसभा के उपसभापति को सुरक्षा के लिए पत्र लिख कर दिया था. पुलिस प्रशासन को लगता है कि मेरी हत्या हो सकती है, इसलिए सुरक्षा रखी है.

‘स्वाभिमान रैली’ को लेकर सुरक्षा के कड़े इंतजाम

उत्तर प्रदेश के आगरा में आज शनिवार को करणी सेना की प्रस्तावित ‘स्वाभिमान रैली’ को लेकर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं. राणा सांगा जयंती पर आयोजित यह जनसभा एतमादपुर क्षेत्र के गढ़ी रामी गांव में हो रही है. इसमें शामिल होने के लिए शुक्रवार रात से ही अलग-अलग जिले और शहरों से लोग पहुंचने शुरू हो गए. इस रैली के लिए लगभग 50,000 स्क्वायर मीटर के खेत को समतल कर सभा स्थल में तब्दील किया गया है और हजारों की संख्या में लोगों के पहुंचने की संभावना है.

रैपिड फोर्स, PAC और पुलिस तैनात

पुलिस किसी भी प्रकार की हिंसा को रोकने के लिए कमर कस चुकी है. एडीसीपी संजीव त्यागी के मुताबिक, सोशल मीडिया पर नजर रखी जा रही है और अब तक 1300 लोगों को नोटिस जारी किए जा चुके हैं. एक कंपनी रैपिड एक्शन फोर्स (RAF), आठ कंपनी पीएसी और बड़ी संख्या में उत्तर प्रदेश पुलिस के जवान और अधिकारी सभा स्थल से लेकर सुमन के घर तक के पूरे रूट पर तैनात किए गए हैं.

सभा स्थल से लेकर सांसद रामजीलाल सुमन के घर तक की पूरी दूरी को पुलिस ने सुरक्षा घेरे में ले लिया है. सात थाना क्षेत्रों की सड़कें इस रूट से गुजरती हैं, जिन पर सीसीटीवी निगरानी और फिजिकल पेट्रोलिंग की व्यवस्था की गई है. जवानों को अतिरिक्त लाठियां और हेलमेट भी वितरित किए गए हैं, और सुरक्षा वाहनों पर लोहे की जालियां लगाई गई हैं.

आपको बता दें कि समाजवादी पार्टी के राज्यसभा सांसद रामजी लाल सुमन द्वारा राणा सांगा को लेकर दिए गए बयान के बाद से बवाल मचा हुआ है. इससे पहले करणी सेना ने 26 मार्च को रामजी लाल सुमन के आवास पर प्रदर्शन कर तोड़फोड़ की थी, जिसमें कई लोग घायल हो गए थे, जिनमें कुछ पुलिसकर्मी भी शामिल थे. घटना के संबंध में 27 मार्च को आगरा के हरिपर्वत थाने में हत्या के प्रयास सहित गंभीर धाराओं में दो मुकदमे दर्ज किए गए थे.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *