योगी सरकार ने नोएडा को सेफ सिटी बनाने के प्रोजेक्ट पर काम शुरू दिया है. नवीन ओखला औद्योगिक विकास प्राधिकरण ने इसकी तैयारी भी शुरू कर दी है. परियोजना को शहर में लागू करने के लिए 6 चरणों को प्रभावी ढंग से लागू किया जाएगा जिसके लिए 208.47 करोड़ रुपए का खर्च आएगा. इस परियोजना के अंतर्गत नोएडा के इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर (आई ट्रिपल सी) को आधुनिक सुविधाओं से लैस करने की तैयारी है.
खास बात यह है कि परियोजना पूरी होने पर शहर के सभी पुलिस थाने, सीसीटीवी सिस्टम व ट्रैफिक प्रबंधन प्रणाली को आई ट्रिपल सी के साथ इंटीग्रेट किया जाएगा. इसके साथ ही, इसे अत्याधुनिक पब्लिक एड्रेस सिस्टम से युक्त किया जाएगा जो आपातकालीन स्थितियों में संदेश जारी करने का माध्यम बनेगी. प्रक्रिया पूरी होने पर नोएडा शहर की महिलाओं समेत समस्त नागरिकों की सुरक्षा प्रणाली को और प्रभावी बनाने में मदद मिलेगी
परियोजना के 6 प्रमुख घटक बनाएंगे प्रक्रिया को प्रभावी
एक रिपोर्ट के मुताबिक नवीन ओखला औद्योगिक विकास प्राधिकरण द्वारा तैयार की गई कार्य योजना के अनुसार, सेफ सिटी प्रोजेक्ट को पूरा करने के लिए मुख्यतः 6 प्रमुख घटकों को प्रभावी तौर पर लागू किया जाएगा. यह सभी घटक क्रमबद्ध चरण के अनुसार लागू किए जाएंगे. इसमें अत्याधुनिक सिटी कम्यूनिकेशन नेटवर्क, इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर, डाटा सेंटर, सीसीटीवी आधारित सिटी सर्विलांस सिस्टम, इंटेलिजेंट ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम तथा भौगोलिक सूचना प्रणाली (जीआईएस) प्रमुख हैं. इनमें से सभी घटकों में आधुनिक प्रौद्योगिकी से लैस करने की तैयारी तो है ही, साथ ही इन सबको एकीकृत कर एक विस्तृत फ्रेमवर्क तैयार किया जाएगा.
प्रक्रिया पूरी होने पर आई ट्रिपल सी से सीधी मॉनिटरिंग के माध्यम से पूरे शहर की किसी भी अप्रिय या आपातकालीन घटना के नियंत्रण व प्रबंधन के लिए प्रभावी तरीके से कार्य करने में मदद मिलेगी. एक प्रकार से यह शहर की सभी प्रमुख स्थितियों व समस्याओं के प्रभावी निस्तारण के लिए वन स्टॉप सॉल्यूशन के तौर पर कार्य करेगा.
डाटा सेंटर, फेस रिकग्निशन व डिजिटल फॉरेंसिक सुविधाओं से किया जाएगा लैस
प्रक्रिया के अंतर्गत, इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर में अत्याधुनिक डाटा सेंटर का निर्माण व विकास किया जाएगा. इसके साथ ही, अत्याधुनिक पब्लिक एड्रेस सिस्टम, फेस रिकग्निशन व डिजिटल फॉरेंसिक जैसी सुविधाओं को भी सेफ सिटी प्रोजेक्ट के अंतर्गत जोड़ा जाएगा. इसके अतिरिक्त, क्रिप्टो करेंसी इन्वेस्टिगेशन सॉल्यूशन, पैनिक बॉक्स सिस्टम, विजुअल डिस्प्ले यूनिट्स, बुलेट-पीटीजेड व एएनपीआर कैमरों के इंस्टॉलेशन जैसे कार्यों को पूरा किया जाएगा. कुल मिलाकर, नोएडा शहर के 225 वर्ग किमी क्षेत्र को सेफ सिटी प्रक्रिया के अंतर्गत प्रभावी रूप से प्रबंधित करने में मदद मिलेगी. सेफ सिटी परियोजना के अंतर्गत विभिन्न प्रकार के सॉफ्टवेयर इंस्टॉलेशन व उच्चीकरण प्रक्रिया को भी पूर्ण किया जाएगा जिसके लिए नवीन ओखला औद्योगिक विकास प्राधिकरण अपनी तैयारियों को अमलीजामा पहनाने की प्रक्रिया शुरू कर चुका है.