बीजेपी ने आखिरकार उत्तर प्रदेश की 9 विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव के लिए अपने पत्ते खोल ही दिए हैं. बीजेपी ने अपने कोटे की 8 में से 7 सीटों पर उम्मीदवारों के नाम का ऐलान कर दिया है. जिस सीट का सभी इंतज़ार कर रहे थे आखिरकार उसी सीट पर बीजेपी ने ऐसा तगड़ा दांव चल दिया है जिससे की करहल की जनता में असमंजस पैदा हो गया है. जी हां आपको पता ही है मैनपुरी मुलायम सिंह यादव यानी समजवादी पार्टी का गढ़ रहा है. बीजेपी इस सीट को जीतने को लेकर सारे जतन करती आई है, लेकिन उसके हाथ सिर्फ निराशा ही लगी है. बता दें करहल की इस सीट को जीतने को के लिए बीजेपी ने मुलायम सिंह यादव के दामाद को मैदान में उतार दिया है. जी हाँ सही सुना आपने बता दें मैनपुरी की जिस करहल सीट से सपा मुखिया अखिलेश यादव ने इस्तीफा दिया था, उस सीट पर बीजेपी ने उनके ही जीजा अनुजेश यादव को उतार दिया है. अनुजेश को उतारकर बीजेपी ने इस सीट पर मुलायम परिवार के बीच मुकाबला कर दिया है क्योंकि अखिलेश यादव ने इस सीट पर अपने भतीजे और मैनपुरी के पूर्व सांसद तेज प्रताप यादव को टिकट दिया है.
अनुजेश यादव मुलायम परिवार के दामाद हैं. वह मुलायम सिंह यादव के भाई अभयराम यादव की बेटी संध्या यादव के पति हैं. संध्या यादव, आजमगढ़ से सांसद धर्मेद्र यादव की सगी बहन हैं. संध्या यादव मुलायम परिवार की पहली बेटी हैं, जिन्होंने राजनीति में कदम रखा था. इतना ही नहीं वो मैनपुरी की जिला पंचायत अध्यक्ष भी रह चुकी हैं. संध्या और अनुजेश को समाजवादी पार्टी से निकाल दिया गया था, जिसके बाद दोनों ने बीजेपी ज्वाइन कर ली थी. बता दें लोकसभा चुनाव के दौरान ऐसी चर्चाएं थीं कि बीजेपी मुलायम परिवार के ही किसी सदस्य को डिंपल यादव के सामने उतार सकती है. इनमें दो नाम आगे चल रहे थे. पहला नाम था अपर्णा यादव का, जोकि मुलायम परिवार की बहू हैं. वो मुलायम सिंह यादव के छोटे बेटे प्रतीक यादव की पत्नी हैं. जबकि दूसरा नाम था अनुजेश यादव का. अनुजेश ने मैनपुरी में हुए उपचुनाव में भी समाजवादी पार्टी के खिलाफ प्रचार किया था. हालांकि बाद में डिंपल के सामने यूपी सरकार में कैबिनेट मंत्री जयवीर सिंह को उतारा गया था, लेकिन इस सीट पर बीजेपी जीत हासिल नहीं कर पाई थी. वहीं अब बीजेपी ने अनुजेश को मैदान में उतारकर पारिवारिक रिश्ते सुधरते उससे पहले ही आग में घी डाल दिया है…
वहीं इस बार सपा ने करहल से तेज प्रताप सिंह यादव को अपना उम्मीदवार बनाया है. अखिलेश तेज प्रताप के चाचा हैं. तेज प्रताप सिंह यादव समाजवादी पार्टी के संस्थापक और दिवंगत नेता मुलायम सिंह यादव के बड़े भाई रतन सिंह के पोते हैं. वह सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के चचेरे भाई रणवीर सिंह के बेटे हैं. आपको बता दें राष्ट्रीय जनता दल सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव तेज प्रताप सिंह के ससुर हैं. उन्होंने साल 2015 में लालू यादव की सबसे छोटी बेटी राज लक्ष्मी यादव से शादी की थी. यह शादी सैफई में हुई थी, जिसकी चर्चा आज तक होती है. यानी करहल में दामाद बनाम दामद हो गया है. जिससे सैफई परिवार भी परेशान हो गया है और बीजेपी के दांव को सँभालने में उसके भी पसीने छूट रहे हैं अब ये तो करहल की जनता ही तय करेगी की लालू का दामाद, मुलायम के दामाद पर भारी पड़ेगा या फिर मूलायम का दामाद ये देखना दिलचस्प होगा.