समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने सीएम योगी आदित्यनाथ को लेकर भविष्यवाणी की है. कुंदरकी में सोमवार को चुनावी रैली संबोधित करते हुए अखिलेश ने कहा कि महाराष्ट्र चुनाव के बाद इनकी (सीएम योगी) की कुर्सी छीन ली जाएगी. सपा प्रमुख ने कहा कि आजकल सरकार को अपनी कुर्सी बचाने का गुस्सा है, क्योंकि दिल्लीवालों ने तय कर लिया है कि महाराष्ट्र के चुनाव के बाद इनकी कुर्सी बचेगी नहीं.
सीएम योगी पर निशाना साधते हुए अखिलेश ने कहा कि कि ये दिल्ली गए थे और चाहते थे कि अपना कुछ बनवा लें, लेकिन अपना कुछ न बना पाएं, सब कार्यवाहक चल रहा है, ये कानून व्यवस्था की बहुत दुहाई देते हैं लेकिन इनका सबसे बड़ा पुलिस अधिकारी अभी तक कार्यवाहक है, परमानेंट नहीं हो पाया. दिल्ली वाले इंतजार कर रहे हैं कि कब कुर्सी छीन लें.
इससे पहले दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी सीएम योगी को लेकर इसी तरह की भविष्यवाणी की थी. उन्होंने कहा था कि लोकसभा चुनाव के नतीजों के दो महीने के भीतर योगी आदित्यनाथ को यूपी के मुख्यमंत्री पद से हटा दिया जाएगा.
महाराष्ट्र में भाजपा को मिलेगी बड़ी शिकस्त
सपा चीफ अखिलेश ने आगे कहा, मैं आपको भरोसा दिला रहा हूं कि महाराष्ट्र में बीजेपी हारेगी और यूपी में कुर्सी छीन ली जाएगी.’ पूर्व सीएम ने कहा कि इनकी (सीएम योगी) कुर्सी तभी चली गई होती, जब इन्हें लगा कि नजूल की जमीन मुसलमान भाईयों की जमीन है. जब सब विधायक इकट्ठे हुए और कहा कि कुर्सी छीन लेंगे. तब वह डर गए और कानून को वापस ले लिया. PDA को लेकर सीएम योगी के बयान पर अखिलेश यादव ने कहा कि हमारे सीएम को अंग्रेजी नहीं आती है, उनसे पूछना चाहिए कि PDA में H कहां से आ गया, असल में PDA से इनके पेट में दर्द है.
अखिलेश हाजी रिजवान के समर्थन में रैली करने कुंदरकी पहुंचे थे. यहां20 नंवबर पर उपचुनाव है. इस बार यहां मुकाबला कड़ी टक्कर का है. सपा से यहां से हाजी रिजवान को चुनावी मैदान में उतारा है. वहीं, बीजेपी से ठाकुर रामवीर सिंह को टिकट दिया है. इसके अलावा बीएसपी से रफतुल्लाह चुनावी मैदान में हैं. उधर, चंद्रशेखर आजाद की पार्टी ने अपने उम्मीदवार को उतार दिया है.
वहीं, आजाद समाज पार्टी (कांशी राम) के अध्यक्ष चंद्रशेखर आजाद ने कुंदरकी से चांदबाबू को टिकट दिया है. ओवैसी की पार्टी भी यहां किस्मत आजमा रही है. कुंदरकी सीट सपा विधायक जिया-उर-रहमान बर्क के सांसद बनने की वजह से खाली हुई है. कुंदरकी विधानसभा सीट पर 64 फीसदी मुलिम आबादी है. इस सीट पर पिछले 31 साल से बीजेपी को कभी जीत हासिल नहीं हुई है.