हरियाणा में हुए चुनाव के बाद ऐसा लग रहा था कि अब यूपी में दो लड़कों की जोड़ी टुट जाएगी. लेकिन ऐसा नहीं हुआ एक बार फिर से यूपी में होने वाले उप चुनाव में दो लड़कों की जोड़ी साथ नजर आएगी. जी हां बिल्कुल सही सुन रहे है आप बीते दिन सपा ने अपने 6 उम्मीदवारों की लिस्ट को जारी कर दिया है. जिसके बाद अब एक बार फिर से अखिलेश यादव ने गठबंधन के होने को हवा दी है. बता दें कि अखिलेश यादव ने सैफई में अपने पिता और सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव को श्रद्धांजलि देने के बाद मीडिया से बात करते हुए कहा कि उपचुनाव के बारे में आज बहुत कुछ नहीं बोलना है. प्रदेश में दोनों पार्टियों के बीच गठबंधन जारी रहेगा.
बता दें कि हरियाणा में हुए चुनाव के बाद ऐसा माना जा रहा था कि शायद ये गठबंधन अब टिक नहीं पाएगा, क्योंकि हरियाणा विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने सपा को एक भी सीट नहीं दी थी . और चुनाव के दौरान कांग्रेस को भारी निराशा भी मिली है, क्योंकि राजनीतिज्ञों का कहना है कि अगर कांग्रेस ने सपा को हरियाणा में चुनाव लड़ने का मौका दिया होता तो शायद कांग्रेस को कुछ संतुष्टिजनक परिणाम मिले होतें. क्योंकि हरियाणा में जाटों और यादवों की संख्या ज्यादा है जिससे इन जातियों की संवेदना सपा के लिए एक अच्छा संकेत हो सकता था. लेकिन कांग्रेस ने अपने ओवर कॉन्फिडेंस और अहंकार के चलते अपने ही पैर पर कुल्हाड़ी मारने का काम किया है. हालांकि इन सभी तथ्यों का गठबंधन पर कोई भी असर नहीं पड़ा है. जिसके बाद एक बार फिर से सपा और कांग्रेस बीजेपी को टक्कर देने को तैयार है. आपको बता दें कि सपा ने करहल विधानसभा सीट से तेज प्रताप यादव, सीसामऊ विधानसभा सीट से नसीम सोलंकी, फूलपुर से मुस्तफा सिद्दीकी, मिल्कीपुर से अजीत प्रसाद, कटेहरी से शोभावती वर्मा और मंझवा विधानसभा सीट से डॉ. ज्योति बिंद को प्रत्याशी बनाया है. वहीं अभी यूपी की चार सीटों पर सस्पेंस बना हुआ है. देखने वाली बात ये होगी कि आखिकार इन 4 सीटों पर किस पार्टी के कितने उम्मदवार उतारे जाएंगे.