लखनऊ।
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव एक बार फिर आरक्षण को लेकर भारतीय जनता पार्टी को घेरा और कहा भाजपा लगातार पिछड़ों व दलितों को दिए जा रहे आरक्षण पर हमला कर कमजोर कर रही है। भाजपा शुरू से सामाजिक न्याय की विरोधी रही है। उन्होंने कहा विश्वविद्यालयों में शिक्षकों की भर्तियों में आरक्षण की अनदेखी की गई। पिछड़ों को मान-सम्मान और हक देने को लेकर भाजपा की नीयत कभी ठीक नहीं रही है। भाजपा आरक्षण के खिलाफ पिछले दरवाजे की राजनीति कर रही है।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि देश में विदेशी विश्वविद्यालयों के कैम्पस खोलने की तैयारी हो रही है। इससे देश के छात्र-छात्राएं कितना लाभाविन्त होंगे यह तो समय बताएगा। यह निश्चित है इनमें आरक्षण जैसी कोई व्यवस्था नहीं होगी। उन्होंने कहा भाजपा अपने राजनीतिक उद्देश्य को पूरा करने के लिए पिछड़ों के साथ रहने का दिखावा कर रही है। भाजपा सत्ता पाने के बाद धोखा दे देती है। भाजपा के धोखे और छलावा को पिछड़े और दलित समझ चुके हैं। समय आने पर इस धोखे का जवाब देंगे। सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा देश और प्रदेश के विश्वविद्यालयों में जब आरक्षण का लाभ नहीं दिया जा रहा है तो भला विदेशी विश्वविद्यालयों के कैम्पस में दलित, पिछड़े, आदिवासी अध्यापकों और विद्यार्थियों को क्या मान-सम्मान और स्थान मिलेगा? अच्छा होता भारत के प्रतिष्ठित संस्थाओं के कैम्पस विदेशों में भी खोलने का प्रयास किया जाता।
उन्होंने कहा उत्तर प्रदेश में कोई एक नहीं कई उदाहरण है जब भाजपा की सरकार ने पिछड़ों का हक मारा है। पुलिस भर्ती में आरक्षण की गलत व्याख्या कर सैकड़ों नौजवानों को नौकरी से वंचित कर दिया। 69 हजार शिक्षक भर्ती में बड़े पैमाने पर आरक्षण का घोटाला किया। भाजपा सरकार की नीयत पिछड़े और दलितों को हक और अधिकार देने के बजाय उन्हें दबाए रखने की है।